Thursday 25 October 2018

P series 5 || मैं नदी के लहर पर ।। Hindi kavita || Poetry ।।

मैं नदी के लहर पर  एक घर बनाऊगाँ ।
एक संग तुम्हारे जिंदगी बिताऊगाँ ।।

मैं नदी के लहर पर  एक घर बनाऊगाँ ।

तुम रहोगी मैं रहूँगा  और इक छोटी सी दुनिया।
मैं उस दुनिया को खुशियों से सजाऊगाँ ।।

मैं नदी के लहर पर  एक घर बनाऊगाँ ।

मैं हूँ तन्हा इस जहाँ में और मेरा कोई नहीं ।
एक तुम हो एक दिल है और मेरा कोई नहीं ।
मैं तुम्हारे ऊपर हर खुशियाँ लुटाऊगाँ ।।

मैं नदी के लहर पर  एक घर बनाऊगाँ ।

एक ही जीवन मिला है और सिर्फ एक तुम ।
मैं ये जीवन यूं ही न व्यर्थ गवाऊगाँ ।
संग तुम्हारे एक बेहतर कल बनाऊगाँ ।।

मैं नदी के लहर पर  एक घर बनाऊगाँ । 

Sayar/poet :_  ANISH RAJ.
KILLER ANISH .

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इस कविता की खुबसूरत video देखने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर click करें । 
             
                      ↓

https://youtu.be/NFe58lTHyDU

Thanx for reading and watching this poetry.

2 comments:

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